Difference Between Pcos and Pcod| पीसीओएस और पीसीओडी मेसे ज्यादा गंभीर है

इस आर्टिकल में हम जानेगे Difference Between PCOS and PCOD| पीसीओएस और पीसीओडी मेसे ज्यादा गंभीर है?- PCOD ( पोलिसिस्टिक ओवरी डिजीज ) और PCOS ( पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम ) – सुनने में एक जैसे लगते है लेकिन कही मायनो में एक दूसरे से अलग है यह दोनों ओवरी से जुडी समस्या है जो महिलाओ में हार्मोनल गड़बड़ी की वजह से होती है PCOD को स्वस्थ जीवन शैली से ही ठीक किया जा सकता है वही PCOS में पुरे इलाज की जरूरत होती है |

Difference Between Pcos and Pcod पीसीओएस और पीसीओडी मेसे ज्यादा गंभीर है?

  • आज हम आपको बताएँगे की पीसीओडी और पीसीओस में क्या अंतर है  PCOD को बीमारी नहीं कहा जा सकता क्योकि आप इसे हेल्दी जीवनशैली से ठीक कर सकते है जबकि  PCOS मेटाबोलिक डिसॉडर है पीसीओडी बहुत ज्यादा सामान्य है हर तीन महिलाओ में से एक को होता है |
  • PCOS के मरीज PCOD के मुकाबले कम पाए जाते है जिन महिलाओ को पीसीओस होता है उन महिलाओ की आगे चल कर शुगर  B.P और दिल की बीमारी होने की सम्भावना बढ़ जाती है इसके साथ साथ मोटापा बढ़ जाता है यहाँ तक की कैंसर होने के चांस भी होते है हलाकि दोनों के लक्षण लगभग सामान होते है |
  • पीसीओडी से जुन्ज रही महिलाओ को आसानी से ऑवलेशन हो जाता है उनको गर्भ धारण करने में भी अधिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है वही पीसीओस से जुन्ज रही महिलाओ को गर्भ धारण करने में समस्या का सामना करना पड़ता है दोनों ही बीमारी में अपनी जीवन शैली में सुधर करे स्वस्थ पोषण ले और योग प्राणायाम करे |
  • PCOS , PCOD के मुकाबले ज्यादा गंभीर और खतरनाक होता है PCOD को जीवनशैली में सुधार करके ठीक किया जा सकता है जबकि सटीक इलाज बोहोत जरुरी है |

यही होता है Difference Between Pcos and Pcod

 

Difference Between Pcos and Pcod
Difference Between Pcos and Pcod

PCOD और PCOS के लक्षण – 

  1. सोनोग्राफी में पोलिसिस्टिक ओवरी दिखाई देती है 
  2. चेहरे पर अनचाहे बाल और मुहासे रहना 
  3. महामारी का रुक – रुक के आना 

इन तीनो मेसे जब दो लक्षण आपमें होते है तो PCOD कहलाता है अब जानते है यह क्यों है कुछ लोगो में Genetic Predisposition  रहने के चांसेस रहते है माता बहने या मौसी को यह समस्या होती है तो यह आप पे भी इसके चांस बढ़ जाते है और पीसीओडी और पीसीओस सामान ही होता है और दूसरी  महत्त्व पूर्ण बात होती है हमरी जीवनशैली , जब हमारा वजन बढ़ने लगता है हमारे डायट  में जाता जंक फ़ूड रहता है प्रोटीन की मात्रा  कम रहती है विटामिन की मात्रा कम रहती है हम ज्यादा से ज्यादा जब ऑइली भोजन खाते है और बिकुल भी एक्ससाइज़ नहीं करते है तो हमारा वजन बढ़ जाता है तो हमें पीसीओडी होने के चांस बढ़ जाते है पिसिसोडी के केमिकल हमारे शरीर में बढ़ने लग जाते है ब्लड में होने लग जाते है तो उसका नतीजा हमारे चेहरे पर हमारी द्व्च पर दिखाई देने लग जाता है हमारे मासिक धर्म पर हमारे पीरियड्स पर दिखाई देने लग जाता जाता है युवा लड़कियों पर यह दिखाई देने लग जाता है महत्व पूर्ण करना है जीवनशैली , पीसीओस में महामारी अनियमित क्यों हो जाती है |  

PCOD और PCOS होने पर कौन-कौन सी दिक्कत का सामना करना पड़ता है?

PCOD और PCOS होने पर कही तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ता है जैसे –

  • PCOD/PCOS होने की वजह से मासिक धर्म असंतुलित हो जाते है मासिकधर्म की अवधि बढ़ जाती है बोहोत बोहोत दिनों तक पीरियड नहीं आते और कही मामलो में मासिकधर्म पूरी तरह से बंद हो जाते है जो की बोहोत बुरी स्थति हो सकती है |
  • PCOD/PCOS  होने से गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है और कही बार महिलाये इन बीमारियों के चालते माँ बनने के सुख से वंचित रह जाती है |
  • इसके अलावा बालो का तेजी से झड़ना और अनचाही जगहों पर बालो का आना |
  • पिम्पल और मुहासे आना |
  • तनाव, चिंता या ओवेरथिकिंग होना |

Difference Between Pcos and Pcod- यही अंतर होता है की PCOS कठिन है PCOD के मुकाबले |

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