Amblyopia In Adults
एम्ब्लिओपिआ एक आँख की समस्या है जिसे हिंदी में सुस्त आँखे या अलसी आँखे कहा जाता है आज हम बात करेंगे Amblyopia In Adults या बड़ी उम्र के जो लोग होते है उनमे सुस्त आँखो की समस्या होना सामान्य है पहले इस उम्र के लोगो के लिए इलाज की सुविधा नहीं थी लेकिन विज्ञान ने इस विषय पर में भी तरक्की हासिल की है इस उम्र में भी इसका इलाज संभव हो गया है इसके इलाज में थेरेपी शामिल है जो घर और ऑफिस में की जाती है इसकी मदद से एम्ब्लिओपिआ में सुधर किया जाता है Amblyopia में आँखों में द्रश्यमान कार्य जैसे –
- Motion Perception
- Depth Perception
- Contrast Perception
यह सब ओवर हो जाते है |
साधारण भाषा में बात करें तो जिन लोगों को एम्ब्लियोपिया है उनकी ड्राविंग कुशलता उनकी ध्यान देने की छमता और उनकी सिखने की योग्यता काफी कम हो जाती है अगर 2019 की रिसर्च की बात करें तो Amblyopia के मरीज 99.2 Million थे और 2040 तक यह नंबर बढ़ कर 222 Million होने वाला है इसलिए amblyopia क्या है क्यों होता है यह समझना जरुरी है
Amblyopia या (Lazy Eye) क्या है
- हमारा दिमाग दोनों आँखों के माध्यम से छवि को पकड़ के उसको दिमाग में मिक्स करके एकल त्रि – आयामी छवि बनाता है |
- पर उसकी एक स्थिति है यह दोनों छवि सामान भी होना चाहिए और साफ भी होना चाहिए |
- अगर किसी वजह से यह सामान नहीं है या साफ नहीं है तो यह दिमाग को उलझाने लगती है |
- अब दिमाग का जो अलग तंत्र वह इस उलझन को टालने के लिए जो छवि साफ नहीं है उसे धीरे – धीरे नजर अंदाज करने लगता है |
- तो वह उस आँखों के इनपुच को नजर अंदाज करने लग जाता है और तरह से हमारी द्रष्टि विकास होने लग जाती है की वह मानती ही नहीं है की आपकी कोई एक आँख में परेशानी है तो इस उलझन को टालने के लिए दिमाग जो पृथक्करण करता है इसी को तो हम एम्ब्लियोपिया कहतें है |
Amblyopia खास करके तीन कारणों से होता है |
- Anisometropia – यानि ध्यान का खोना बच्चे की दोनों आँखों में है पावर होता है और उसका पता नहीं हो पाता है तो उसको सही समय पर चश्मा नहीं लग पाता है दिमाग उसी को एक सच्चाई मान लेता है और उसका विजवल फक्शन या विजवल क्रियाएं अंदर ही रह जाती है |
- Strabismus– जिसको हम भेंगापन भी कहते है जब दोनों आँखों का अलाइमेंट ठीक नहीं होता है एक साथ नहीं होता है दोनों आँखों एक छवि पर ध्यान न दे के दो अलग-अलग छवि देखती है तो यह भी दिमाग को उलझाता है क्योकि दिमाग दोनों अलग छवि पर ध्यान नहीं दे सकता ऐसी स्थति में दिमाग एम्ब्लियोपिया में चली जाती है |
- Visual Deprivation – यह असमान है पर बहुत से मामले में देखने को मिलता है वो है Visual Deprivation जहा पर फॉम विजन ही विकास नहीं हो पाता बच्चे का ऐसे मामले में ऐसा होता है जिनमे बच्चो को पेदाइसि मोतियाबिंद होता है या बहुत सारे लोगो में हम देखते है की उनकी आँखे नहीं खुल पाती जिसे हम मसल्स की कमजोरी कहते है तो जब आँखें पुरे नहीं पाती तो आँखों का विजल क्रिया का विकास नहीं हो पाता और आँखें एम्ब्लियोपिया में चली जाती है |
इलाज
Amblyopia का इलाज सफलतापूर्वक हो सकता है |
आधुनिक टेक्नोलॉजी जिसको हम सॉफ्टवेयर बेस प्रोग्राम बोलते है इन मोडन थेरेपी सिस्टम के जरिये Amblyopia का इलाज सफलता पूर्वक हो सकता है |
और दूसरा सवाल यह है की किस स्थिति तक Amblyopia का इलाज को सकता है |
यह बहुत सी सामान्य भ्रान्ति है की लोग यह मान लेते है की Amblyopia का इलाज सिर्फ 10 साल की उम्र तक या 15 साल की उम्र तक ही संभव है लेकिन हाल ही की स्टडी या हाल ही का साइंटिफिक डेटा यह साबित कर चूका है की Amblyopia का सफलतापूर्वक इलाज किसी भी उम्र में किया जा सकता है |
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